गहना कर्मणो गतिः
11 मार्च 2023
- देवमणि पांडेय
8 मार्च 2023
मेरे लिए इसके मायने?कुछ भी नही।
गिरेन्द्र सिंह भदौरिया "प्राण"
5 मार्च 2023
तो मैं क्यों खिड़कियाँ बंद कर बैठू क्यों न उठकर रवि पान करूं
सौ-सौ जनम प्रतीक्षा कर लूँ प्रिय मिलने का वचन भरो तो !
कितना स्पष्ट होता आगे बढ़ते, जाने का मतलब
4 मार्च 2023
पापा जी का गौरव हूँ मैं,मम्मी जी की जान हू.
1 मार्च 2023
नमस्ते नमस्ते हे वेदांत निर्झर।नमस्ते नमस्ते शिखर साधना के,
जननी है वो इस जग की,हम सब की भाग्य विधाता है।
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साहित्य समाजहम भारतीयों के आभारी है, जिन्होने हमें गिनना सिखाया जिसके बिना किसी भी तरह की वैज्ञानिक खोज सम्भव ही नहीं थी.
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